रुद्रप्रयाग। कार्तिक स्वामी मंदिर, जो कि जनपद चमोली एवं जनपद रुद्रप्रयाग की सीमा पर स्थित एक प्रमुख एवं विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, मुख्यतः जनपद रुद्रप्रयाग में स्थित है। यह मंदिर रुद्रप्रयाग–पोखरी मार्ग पर कनकचौरी गांव के समीप, लगभग 3050 मीटर की ऊँचाई पर अवस्थित है। कार्तिक स्वामी, जिन्हें दक्षिण भारत में भगवान मुरुगन के नाम से जाना जाता है, के दर्शन हेतु दक्षिण भारत सहित देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं पर्यटक यहां पहुंचते हैं।
इसी परिप्रेक्ष्य में आज पुलिस अधीक्षक जनपद चमोली सुरजीत सिंह पँवार, जो वर्तमान में पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग का अतिरिक्त कार्यभार भी संभाल रहे हैं, द्वारा कार्तिक स्वामी क्षेत्र का विस्तृत एवं गहन सुरक्षा निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था, श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की सुरक्षा तथा चमोली–रुद्रप्रयाग पुलिस के मध्य बेहतर समन्वय स्थापित करना रहा, क्योंकि यह धार्मिक स्थल दोनों जनपदों की सीमा पर स्थित है।
निरीक्षण के क्रम में पुलिस अधीक्षक द्वारा कनकचौरी (जनपद चमोली) से लगभग 03.5 किमी पैदल ट्रैक करते हुए कार्तिक स्वामी मंदिर पहुंचकर मंदिर परिसर, ट्रैकिंग रूट एवं संवेदनशील स्थलों का भौतिक निरीक्षण किया गया।
मंदिर परिसर में स्थापित जनपद रुद्रप्रयाग के दूरसंचार रिपीटर सिस्टम का निरीक्षण कर वहां तैनात हेड कांस्टेबल (दूरसंचार) रविन्द्र भंडारी सहित अन्य जवानों को संचार व्यवस्था को सुदृढ़ एवं सतर्क बनाए रखने के निर्देश दिए गए। साथ ही पोखरी रिपीटर की कार्यप्रणाली एवं संचार व्यवस्था की जानकारी भी प्राप्त की गई। इसके अतिरिक्त मंदिर क्षेत्र का फायर सेफ्टी ऑडिट कराए जाने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
कनकचौरी क्षेत्र में थाना पोखरी द्वारा वर्तमान परिदृश्य के दृष्टिगत होटलों के अग्नि सुरक्षा निरीक्षण एवं सत्यापन कार्य का भी पुलिस अधीक्षक द्वारा अवलोकन किया गया, जिससे श्रद्धालुओं एवं यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
मंदिर परिसर में पहुंचने पर मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री बलराम नेगी एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य श्रीमती मंजू देवी द्वारा पुलिस अधीक्षक का स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर मंदिर सुरक्षा, यात्री सुविधाओं, भीड़ प्रबंधन एवं स्थानीय समस्याओं को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।
निरीक्षण के दौरान जनपद चमोली एवं रुद्रप्रयाग पुलिस के मध्य समन्वय बैठक भी आयोजित की गई, जिसमें सीमा क्षेत्र में कानून-व्यवस्था, श्रद्धालुओं की आवाजाही, पैदल ट्रैकिंग रूट की सुरक्षा तथा किसी भी आपात स्थिति में त्वरित एवं प्रभावी समन्वय पर विशेष बल दिया गया। साथ ही मोहनखाल चौकी में स्थायी पुलिस पोस्ट निर्माण के संबंध में भी आवश्यक जानकारी प्राप्त की गई।
पुलिस अधीक्षक द्वारा कनकचौरी क्षेत्र में स्थानीय नागरिकों एवं होटल मालिकों से संवाद कर उन्हें सुरक्षा मानकों, अग्नि सुरक्षा उपायों तथा पुलिस सहयोग के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। विदेशी पर्यटकों की बढ़ती आवाजाही को दृष्टिगत रखते हुए होटल स्वामियों को विदेशी नागरिकों के समय से फॉर्म ‘C’ भरने एवं एलआईयू सत्यापन सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया।
इसके अतिरिक्त कनकचौरी में स्थित पैदल मार्ग पर वन विभाग द्वारा स्थापित “कार्तिक स्वामी पारिस्थितिकी विकास समिति” के स्वागत डेस्क का भी निरीक्षण किया गया, जहां तैनात वन कार्मिकों से पर्यटकों, श्रद्धालुओं एवं स्थानीय नागरिकों के पंजीकरण, आवागमन व्यवस्था एवं लागू नियमों की विस्तृत जानकारी प्राप्त की गई।
निरीक्षण के अंतिम चरण में सीमा चौकी मोहनखाल का भी निरीक्षण किया गया। यहां से गुप्तकाशी एवं ऊखीमठ की ओर जाने वाले मार्गों पर नशा, अवैध गतिविधियों एवं किसी भी प्रकार की तस्करी पर कड़ी निगरानी रखने एवं सतर्कता बढ़ाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए।
इस अवसर पर थानाध्यक्ष पोखरी श्री देवेंद्र पंत, उपनिरीक्षक सुरेश कुमार (जनपद रुद्रप्रयाग), अपर उपनिरीक्षक देवेंद्र सिंह (जनपद रुद्रप्रयाग) सहित अन्य पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
