ग्रामीणों ने जताया रोष, कई सालों से कर रहे है सड़क की मांग
संतोष सिंह नेगी
पोखरी (चमोली)। अभावों में जीवन जीना पहाड़ के लोगों की नियती बन गई है। यही कारण है कि अधिकांश लोग सुख-सुविधाओं के लिए पहाड़ से पलायन कर रहे है। जिससे पहाड़ के अधिकांश गांव अब खाली होते नजर आ रहे हैं। हालांकि सरकार तमाम दावे तो कर रही है लेकिन वे दावे तब हवा हवाई हो जाते है जब लोग मूलभूत सुविधाओं के अभाव में अपने बीमार को पीठ पर लाद कर सड़क मार्ग तक पहुंचाते है।
ऐसा ही एक वाकिया चमोली जिले के पोखरी विकास खंड के ग्राम पंचायत सिनाउ के उदयपूर साखनी तोक में घटित हुआ। यहां गुरूवार की सुबह 75 वर्षीय कल्पेश्वरी देवी की अचानक तबीयत खराब हो गई। गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य की सुविधा तो पहले से ही नहीं है उस पर सड़क का भी अभाव ऐसे में ग्रामीणों ने डंडी बनाकर उसमें मरीज को बैठाकर पांच किलोमीटर तक की पैदल दूरी तय कर उसे सड़क मार्ग तक पहुंचाया। जहां से उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोखरी लाया गया।
देश आजादी का अमृत काल मना रहा है और गांव के ग्रामीणों को सड़क मुहैया नहीं है। ग्राम पंचायत सिनाऊ तल्ला मल्ला के ग्रामीण आज भी सडक मार्ग के लाभ से वंचित हैं, जिस वजह से ग्रामीणों को मुख्य बाजार और तहसील मुख्यालय पोखरी की आवाजाही करने मे भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मुख्य सडक मार्ग तक पहुंचने के लिये ग्रामीणों को पांच किलोमीटर की पैदल दूरी तय करनी पडती है। जिस कारण यदि गांव में कोई बीमार हो, बुजुर्गों, बच्चो प्रसव कालीन महिलाओं को अस्पताल लाने ले जाने मे ग्रामीणों को भारी परेशानियों से गुजरना पड़ता है।
विनगढ के पूर्व प्रधान हर्षवर्धन चैहान ने कहा कि लगातार ग्रामीणों की ओर से शासन-प्रशासन से सड़क मार्ग की मांग की जा रही है, लेकिन आज तक उनकी ग्राम सभा को सडक मार्ग से नहीं जोडा गया है। यदि सडक मार्ग की सुविधा होती तो ग्रामीणों को इस प्रकार की परेशानियों से नही गुजरना पड़ता है।
क्षेत्र पंचायत सदस्य सुभाष रावत ने कहा सड़क न होने के कारण ग्रामीणों को इस प्रकार की परेशानियों का लगातार सामना करना पड़ रहा है कई बार सड़क को लेकर ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से गुहार लगाई ह,ै लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। उन्होंने सरकार से मांग की कि अभिलम्ब ग्राम सभा सिनाऊ तल्ला मल्ला को सड़क मार्ग से जोडा जाय। ताकि ग्रामीणों को तमाम परेशानियों से निजात मिल सके।