चंपावत. मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज टनकपुर में ‘अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025’ के उपलक्ष्य में सहकारिता विभाग उत्तराखण्ड द्वारा आयोजित “सहकारिता मेला” का विधिवत शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने गांधी मैदान, टनकपुर में फीता काटकर मेले का उद्घाटन किया और विभिन्न विभागीय स्टॉलों का अवलोकन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सहकारिता केवल आर्थिक व्यवस्था नहीं, बल्कि आपसी सहयोग, सामाजिक समरसता और सामूहिक विकास का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि “सहकारिता आंदोलन राज्य की आर्थिक प्रगति की रीढ़ है, जिससे किसान, युवा और महिलाएँ आत्मनिर्भर बन सकते हैं।” मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन सहकारिता की भावना को ग्राम्य जीवन से लेकर शहरी समाज तक पहुँचाने की दिशा में अत्यंत सराहनीय पहल हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सहकारिता विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के कृषकों को प्रोत्साहन स्वरूप चार कास्तकारों को प्रत्येक को ₹1–1 लाख के चेक वितरित किए। मुख्यमंत्री ने उन्हें आगे बढ़कर अन्य किसानों के लिए उदाहरण बनने का आह्वान किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद चंपावत को ₹8,810.90 लाख की कुल 08 विकास योजनाओं की सौगात दी। जिनमें ₹2,478.56 लाख की 03 योजनाओं का लोकार्पण और ₹6,332.34 लाख की 05 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र चंपावत के ग्राम नायकगोठ से हनुमानगढ़ी-खेतखेड़ा-थ्वालखेड़ा मोटर मार्ग पर निर्मित 125 मीटर स्पान आर्च मोटर सेतु, चंपावत के आंतरिक संपर्क मार्गों का हॉट मिक्स द्वारा सुधार और कलेक्ट्रेट भवन का कुमाऊँनी शैली में पुनर्निर्माण कार्य का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने तहसील कार्यालय चंपावत भवन का निर्माण कार्य, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) के तहत वाटरशेड विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि “इन परियोजनाओं से चंपावत के समग्र और संतुलित विकास को नई दिशा मिलेगी। इससे ग्रामीण आजीविका सशक्त होगी, क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और जीवन स्तर में उल्लेखनीय सुधार होगा।”
इस अवसर पर दायित्वधारी श्री श्याम नारायण पांडे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री आनंद सिंह अधिकारी, नगर पालिका अध्यक्ष श्री विपिन कुमार, ब्लॉक प्रमुख अंचला बोहरा और भाजपा जिला अध्यक्ष श्री गोविंद सामंत साहित जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
