देहरादून। इस वक्त की ताजा खबर सामने आ रही है आपको बता दें वर्ष 2010 में हरिद्वार कुम्भ में जटिल यातायात व्यवस्था का जिम्मा सँभालने से लेकर, महिला सुरक्षा हेतु ऑपरेशन पिंक टीम का गठन, गौरा शक्ति एप, फर्जी डिक्रियों के सहारे फर्जी अध्यापकों की धरपकड़, चारधाम हैली बुकिंग स्केम, होटल बुकिंग फ्रॉड, चारधाम यात्रा में पहली बार ड्रोन के मार्फत ट्रैफिक मॉनेटरिंग, 2013 में केदारनाथ आपदा में महिला अधिकारी की महत्वपूर्ण भूमिका, 2016 में अर्ध कुम्भ हरिद्वार में SP कुम्भ की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को संभालना और बेहतरीन प्रबंधन, ड्रग फ्री देवभूमि अभियान आदि सहित अनेकों मिशन को अंजाम तक पहुँचाने वाली महिला पुलिस अधिकारी IPS श्वेता चौबे ने कोविडकाल में भी अपनी विशिष्ट पहचान आम जनता के बीच बनाई।
लॉक डाउन के दरमियान श्वेता चौबे अपनी पुलिस ड्यूटी से इतर अलग से घर-घर जाकर असहाय, बुजुर्ग, गरीब, बीमार एवं बच्चों को दवाईयां एवं राशन पहुंचाने का एक ख़ास अभियान भी चला रही थीं। तब अपने व्यक्तिगत सेवा भाव के कारण वह खूब सुर्खियों में भी आईं थी। हमेशा से मृदुभाषी की पहचान वाली IPS श्वेता चौबे अपराधियों के लिए एक कठोर अधिकारी के रूप में जानी जाती हैं। जनता और पुलिस के बीच हमेशा से सामंजस्य बैठाकर कार्य सम्पादित करने वाली इस पुलिस अधिकारी की विशिष्ट कार्यशैली के चलते ही उन्हें वर्ष 2024 के राष्ट्रीय यूथ आइकॉन अवार्ड उत्कृष्ट सेवा सम्मान हेतु चयन किया गया है। 22 दिसंबर 2024 को सर्वेचौक स्थित IRDT ऑडीटोरियम #देहरादून में IPS अधिकारी श्वेता चौबे को यूथ आइकॉन yi नेशनल अवार्ड 2024 से सम्मानित किया जाएगा।