गौचर (चमोली)। गौचर मेले में खोए हुए सामान और बच्चे को मिलाने में पुलिस ने निभाई अहम भूमिका गौचर मेला हर साल अपने सौहार्द और उत्सवधर्मी वातावरण के लिए मशहूर है, आज मेले के दौरान, अंशिका पुत्री विनोद सिंह अपनी मां पुष्पा देवी से बिछड़ गई। उन्हें यह दुःख उस समय हुआ जब वे सिंद्रवाणी से मेले में पहुँचने वाले थे। मेले का माहौल इतना उत्साहपूर्ण था कि अंशिका कुछ ही पल में अपनी मां से दूर हो गई। हालांकि, खोया पाया केन्द्र में नियुक्त कांस्टेबल प्रीति ने अंशिका की खोज में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने मेले में चारों तरफ खोजबीन की और अंततः अंशिका को उसकी मां पुष्पा देवी से मिलाने में सफल रहीं। यह पल उस परिवार के लिए एक नई जिंदगी जैसा था, जब उन्होंने एक दूसरे को गले लगाया और आशीर्वाद में बहे गए।
वहीं दूसरे मामले में, अंजना, जो कर्णप्रयाग की निवासी हैं, मेले के दौरान अपना पर्स खो बैठी। पर्स में उनके आधार कार्ड, एटीएम, ड्राइविंग लाइसेंस और 1300 की नकद राशि शामिल थी। यह पर्स खोना उनके लिए बेहद चिंता का विषय था। मगर खोया पाया केन्द्र पर नियुक्त जवानों ने उनके दुख को समझा और काफी प्रयासों के बाद अंततः अंजना को उनका खोया हुआ पर्स लौटाने में सफल रहे।
संपादक : शिवम फरस्वाण