रुद्रप्रयाग। त्रिभुजाकार होगा बाबा केदारनाथ मंदिर में लगाए जाने वाला कलश आपको बता दें केदारनाथ मंदिर के शीर्ष पर त्रिभुजाकार स्वर्णमंडित कलश स्थापित होगा पूजा- अर्चना व मंत्रोच्चार के बीच कलश की प्राण प्रतिष्ठा कर हक- हकूकधारियों के द्वारा कलश को मंदिर के शीर्ष पर लगाया जाएगा। मंदिर के कपाट खुलने के बाद पंचांग गणना के आधार पर दिन तय किया जाएगा। साथ ही वरिष्ठ तीर्थपुरोहित श्रीनिवास पोस्ती बताते हैं कि मंदिर को नए कलश के रूप में प्राचीन प्रतिमूर्ति मिलना गौरव की बात है। इस यात्रा में बाबा केदार के भक्त धाम में भगवान ईशानेश्वर के दर्शन कर पूजा-अर्चना भी कर सकेंगे।
केदारनाथ मंदिर में पहले भी त्रिभुजाकार करीब तीन फीट ऊंचा कलश स्थापित था लेकिन 1995 में तूफान में यह कलश मंदिर के शीर्ष से नीचे परिसर में गिरकर दो हिस्सों में टूट गया था। बीकेटीसी के अपर कार्याधिकारी रमेश चंद्र तिवारी का कहना है कि यात्रा शुरू होने के बाद पंचांग गणना के आधार पर तय तिथि कर धार्मिक परंपराओं का निर्वहन करते हुए हक- हकूकधारियों के सहयोग से नया कलश स्थापित किया जाएगा।