गोपेश्वर (चमोली)। उत्तराखंड क्रांति दल की वरिष्ठ नेता राज्य आंदोलनकारी एवं दल की केंद्रीय उपाध्यक्ष एडवोकेट प्रमिला रावत ने कहा कि जोशीमठ की हालत अत्यंत चिंताजनक बनी हुई है। ऐसे में जनता पार्टी के अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की ओर से दिया गया बयान आपत्तिजनक ही नहीं दुर्भाग्यपूर्ण है इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। उत्तराखंड क्रांति दल इस बयान के खिलाफ मुखर होकर सड़कों पर आंदोलन करेगा।

बुधवार को गोपेश्वर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के बयान के खिलाफ गुरूवार दो फरवरी को देहरादून में प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जोशीमठ के लोग बर्फ और बरसात के मौसम में खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं और भाजपा की सरकार और संगठन इस इस त्रासदी से उत्तराखंड के लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। एक माह का समय बीत जाने के बाद भी अभी तक सरकार वहां के लोगों के लिए कोई स्पष्ट नीति और दिशा नहीं बना पायी है। सरकार  भ्रम की स्थिति में है। उत्तराखंड क्रांति दल मांग करता है कि राज्य और केंद्र सरकार जोशीमठ के विस्थापन एवं उसको पुनर्वास के लिए जोशीमठ  पुनर्वास निदेशालय का गठन  करें और  निदेशालय का मुख्यालय जोशीमठ स्थापित करें प्रत्येक जोशीमठ वासी को आवासीय नीति में सम्मिलित करें और आर्थिक नीति तैयार करें साथ ही उसको लागू करने से पहले जनता से सुझाव एवं मूल निवासियों की सहमति लेकर उसे लागू करें।

उक्रांद की केंद्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान में सरकार एवं अधिकारी केवल अखबारों तक उल्टे सीधे बयान देकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। इस अवसर पर दल के युवा अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट ने कहा कि जोशीमठ में हो रहे भू-धसाव पहाड़ के लिए चिंतनीय विषय हैं। पहाड़ो में विकास के नाम पर बड़ी-बड़ी परिजोनाओं के निर्माण अवैज्ञानिक ढंग से होना तथा जियोलॉजीकल सर्वे न किया जाना इसका मुख्य कारण हैं। हम बड़े बांधों की विरोधी रहे हैं और एनटीपीसी की ओर से जोशीमठ के बीचो-बीच अंदर से टनल जोशीमठ को आपदा मी धकेला गया है। उन्होंने कहा कि इस त्रासदी के लिए एनटीपीसी पूर्णता जिम्मेदार है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनटीपीसी सरकार का अंग होने के कारण सरकार उसके बचाव में खड़ी है जबकि सरकार को जनता के हितों को सर्वोपरि रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि उक्रांद केंद्र और राज्य सरकार से मांग करता है कि वह जोशीमठ को बसाने के लिए स्पष्ट नीति बनाकर जनता के बीच में लाए और जनता की स्वीकार्यता के बाद उसे लागू करें अन्यथा उत्तराखंड क्रांति दल संपूर्ण उत्तराखंड में आंदोलन करने को बाध्य होगा। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता जयप्रकाश, उपाध्याय बहादुर सिंह रावत, महिपाल फरस्वाण, जिला अध्यक्ष चमोली दीपक फरस्वाण, गोविंद सिंह नेगी, प्रवीण रमोला, सर्वेश्वर पुरोहित, भगत कुंवर, युवा जिलाध्यक्ष कुंवर सिंह दानू, युद्धवीर सिंह नेगी, केदार सिंह बिष्ट आदि मौजूद थे।

 

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