चमोली ( गोपेश्वर)। 18 अक्टूबर (कार्तिक संक्रांति) को श्री रुद्रनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल हेतु बंद कर दिए जायेंगे ||भगवान रुद्र की चल-विग्रह-डोली मौलीखर्क, सगर , गंगोल गांव होते हुवे दिनांक 20 अक्टूबर 2023 को गणेश मंदिर से गोपेश्वर बाजार होते हुवे अपने शीतकालीन गद्दी स्थल श्री रुद्रनाथ-गोपीनाथ मंदिर, गोपेश्वर पहुंचेगी । जहां पर मंदिर के हक-हकूकधारी-समाज तथा ग्राम गोपेश्वर /नगर वासियों द्वारा भगवान की चल-विग्रह-डोली का स्वागत किया जायेगा तथा पूर्ण विधि-विधान के साथ भगवान की चल-विग्रह-डोली तथा भोग-मूर्तियों को मंदिर में स्थापित किया जाएगा ।अगले सात माह तक भगवान रुद्र की विधिवत पूजा-अर्चना श्री रुद्रनाथ-गोपीनाथ मंदिर, गोपेश्वर में ही की जाएगी । रुद्रनाथ में भगवान शिव के मुख की पूजा की जाती हैं यहां जाना काफी आसान नहीं हैं। गोपेश्वर मंडल के सगर गांव से लगभग 22 किमी की दूरी तय करना होता हैं रास्ते में सुंदर प्रकृति का नजारा देखने को मिलता हैं जो काफी आकर्षक हैं यहां सुंदर सुंदर बुग्याल भी हैं । भगवान शिव की पूजा प्रतिदिन ब्रह्मकमल से होती हैं तथा यहां पर काफी श्रद्धालु भक्तजन हर साल लाखों की संख्या में आते हैं रुद्रनाथ मंदिर के आसपास अन्य काफी रमणीक पर्यटक स्थल सरस्वती कुंड आदि हैं।
संपादक : एस.एस फरस्वाण