नारायणबगड़ (चमोली)। बीरेंद्र की शहीद होने से सम्पूर्ण पिंडर घाटी में पसरा मातम। 6 जनवरी को छुट्टी पर आने को बोल गये थे शहीद बीरेंद्र के मौत की खबर सुनकर पत्नी व माता पिता का रो रो कर बुरा हाल। गुरुवार दोपहर 3:45 को जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले के बफलियाज क्षेत्र में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने सेना के दो वाहनों पर घात लगातार हमला कर दिया जिसमें बमियाला निवासी बीरेंद्र सिंह (33 वर्ष) समेत पांच जवान शहीद हो गए एवं दो गंभीर रूप से घायल हो गए थे,बीरेंद्र सिंह के शहीद होने की सूचना से पूरे छेत्र में मातम छा गया। परिजन व ग्रामीणों को उनकी शहादत पर विश्वास नहीं हो पा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नारायणबगड़ प्रखंड के दूरस्थ गांव बमियाला निवासी बीरेंद्र सिंह पुत्र सोबन सिंह 15 गढ़वाल राइफल में जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में तैनात थे। बृहस्पतिवार को बफलियाज इलाके के में सेना के दो विशेष वाहनों से सैनिक जा रहे थे। इस दौरान घात लगाकर बैठे आतंकवादियों ने हैंड ग्रेनेड दागकर अंधाधुंध गोलीबारी जवानों पर शुरू कर दी। इस दौरान जवानों ने भी मोर्चा संभाला इसी में बीरेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल होकर शहीद हो गए। वहीं उनके शहीद होने से उनके गांव बमियाला समेत संपूर्ण नारायणबगड़ में शोक की लहर छा गई। क्षेत्र पंचायत सदस्य मनोज नेगी एवं ग्राम प्रधान बमियाला कमल कांत ने बताया कि बीरेंद्र सिंह बहुत ही मिलनसार स्वभाव के व्यक्ति थे, सेना में जाने के प्रति उनका बचपन से ही जुनून था। गौरतलब है कि बमियाला गांव सैनिक बाहुल्य गांव है यहां की कई लोग सेना में सेवारत एवं सेवानिवृत्ति हैं बीरेंद्र का बड़ा भाई धीरेंद्र सिंह भी आइटीबीपी में तैनात है। शहीद बीरेंद्र अपने पीछे दो बालिकाओं इशिका(5 वर्ष) आयशा (3 वर्ष )को छोड़कर चले गये है। वर्तमान में शहीद बीरेंद्र का परिवार देहरादून में रहता है बुजुर्ग माता एवं पिता गांव में ही रहते हैं।। बीरेंद्र सिंह के शहीद होने पर विधायक भूपाल राम टम्टा,पूर्व विधायक डॉ0 जीतराम,ब्लॉक प्रमुख यशपाल नेगी,जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण रावत,व्यापार संघ अध्यक्ष जयवीर कंडारी,पर्वतीय पत्रकार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष पिमोली,ने गहरा शौक व्यक्त किया है।।