चमोली। सामाजिक कार्यकर्ता और सर्वोदय आंदोलन के नेता मुरारी लाल के निधन पर सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने दुःख व्यक्त करते हुए की श्रद्धांजलि अर्पित। चिपको आंदोलन की मातृ संस्था दशोली ग्राम स्वराज्य मंडल के अध्यक्ष मुरारी लाल ने आज सुबह ऋषिकेश के आल इंडिया मेडिकल इंस्टीट्यूट में अंतिम सांसें ली। 91 साल के मुरारी लाल का पूरा जीवन समाज सेवा के लिए समर्पित रहा। मृत्यु के कुछ दिन पूर्व भी वे सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रहे। सांस और फेफड़ों संबंधित दिक्कतों के चलते उन्हें तीन दिन पूर्व ऐम्स ऋषिकेश में उपचार के लिए भर्ती किया गया था।चिपको आंदोलन के नेता एवं पर्यावरणविद चंडी प्रसाद भट्ट समेत अनेक सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मुरारी लाल के निधन पर शोक जताया और उनके कार्यों को समाज के लिए दिशा देने वाला बताया। मुरारी लाल को अपने गांव में वृक्षविहीन बंजर भूमि को हरा भरा बनाने और गांव के प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और उपयोग के अभिनव माडल तैयार करने के लिए पूरे देश में जाना जाता है। मुरारी लाल के कार्यों को उत्तराखंड सरकार समेत देश के नामी गिरामी संगठनों की ओर से मान्यता दी गई और सम्मानित किया जा चुका है।