राष्ट्रीय (दिल्ली)। गोपेश्वर महाविद्यालय में अंग्रेजी विषय के असिस्टेंट प्रो. दर्शन सिंह नेगी को पजल साहित्य सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान उत्तराखंड लोक भाषा साहित्य नई दिल्ली द्वारा दिया गया। गौरतलब है की प्रो. नेगी पिछले 16 वर्षों से उत्तराखंड उच्च शिक्षा में शिक्षण के साथ साथ साहित्यिक एवं सामाजिक गतिविधियों में योगदान दे रहे हैं। प्रो. नेगी पिछले दो वर्षों से गढ़वाली मातृभाषा आंदोलन चला रहे हैं जिसमें वे विलुप्त हो रहे गढ़वाली कहावतों/ औखाणों को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित एवं प्रसारित कर रहे हैं तथा नई पीढ़ी से गढ़वाली भाषा बोलने की अपील कर रहे हैं। उनकी इस पहल को देश एवं विदेशों में भी काफी सराहा जा रहा है। प्रो. नेगी ने इस पुरस्कार को अपने सभी श्रोताओं, मां, मातृभूमि एवं मातृभाषा को समर्पित किया। प्रो. नेगी को यह सम्मान मिलने पर विभिन्न सामाजिक एवं साहित्यिक संस्थाओं ने खुशी जताई। जिसमें कलम क्रांति मंच की संयोजक शशि देवली, ज्योति बिष्ट, भगत सिंह राणा, रजनी भंडारी, रघुबीर बिष्ट, अरविंद नेगी, रोशनी पोखरियाल, अंकोला पुरोहित, सूर्य पुरोहित आदि शामिल थे।

संपादक : शिवम फरस्वाण

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