गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के दशोली विकास खंड के पिलंग, तिलफरा, खोल, बालखिला, सिंरो, सैणजी, कठूर, पीपलखना, गैर, टंगसा समेत अनेक गांवों के ग्रामीणों ने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंच कर बालखिला नदी में खनन के अंतर्गत किये जा रहे चुगान और उठान का विरोध करते हुए एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है। जिसमें उन्होंने इस खनन से उनके पैतृक घाट को रहे नुकसान से बचाने की मांग की है।
सिरौं के ग्राम प्रधान देवेंद्र लाल, देवेंद्र रावत, राजेश्वरी देवी, सपना, पूनम देवी आदि का कहना है कि बालखिला नदी के तट पर रिवर डैजिंग के नाम पर उठान और चुगान का कार्य किया जा रहा है। जिससे क्षेत्र के दर्जनों गांवों का पैतृक घाट का अस्तित्व समाप्त समाप्त हो जायेगा। जिसका क्षेत्रवासी विरोध करते है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि बालखिला नदी के तट पर जो खनन का कार्य किया जा रहा है उसे निरस्त किया जाए।