चमोली (गोपेश्वर)। मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक ली। जिसमें नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद में क्रियान्वित परियोजनाओं, सभी निकायों के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन तथा गंगा एवं इसकी सहायक नदियों को साफ स्वच्छ रखनेे को लेकर चर्चा की गयी।
मुख्य विकास अधिकारी ने सीवरेज शोधन सयंत्रों के कार्य प्रदर्शन की नियमित निगरानी हेतु जल निगम एवं जल संस्थान को समिति गठित करने के निर्देश दिए। वहीं प्रोजेक्ट मैनेजर पेयजल निगम को अवशेष इन चारों एसटीपी का सेफ्टी ऑडिट कराते हुए जल संस्थान को हैंडओवर कराने के निर्देश दिए। साथ ही राजकीय निर्माण निगम को मिनी औद्योगिक संस्थान कालेश्वर में निर्मित ईटीपी को शीघ्र चालू कराने के निर्देश दिए।
पर्यटन विभाग को देवलीबगड राफ्टिंग स्पॉट का प्रचार प्रसार करने तथा 20 से अधिक कक्ष वाले होटलों को चिन्हित कर एसटीपी लगवाने की कार्यवाही कराने को कहा। उपप्रभागीय वनाधिकारी जुगल किशोर ने बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद में निर्मित 16 एसटीपी में से 12 एसटीपी जल संस्थान को हस्तगत कर दिए गए हैं। अवशेष 4 एसटीपी जिसमें तीन एसटीपी कर्णप्रयाग व एक मारवाडी जोशीमठ में कार्य प्रगति पर है। उन्होने बताया कि नेचुरल लैण्डस्केप मद के अंतर्गत 379 हैक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न प्रजाति के 3.8 लाख पौध का रोपण किया गया है वहीं थराली कोटगढ़ी तोक एवं बामणी वन पंचायत में 01-01 गंगा वाटिका का निर्माण किया गया है।
इस दौरान जल संस्थान के एसई एसके जैन, एसीएमओ एमएस खाती सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी व नगरनिकायों के ईओ वर्चअल माध्यम से उपस्थित रहे।