गौचर (चमोली)। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज गौचर के छात्र-छात्राओं का एक दिवसीय शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम संपन्न किया गया। शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम छात्र-छात्राओं के लिए बहुत जरूरी होता है जिससे छात्र-छात्राएं समाज में तथा प्रकृति के साथ विभिन्न प्रकार की क्रियाकलाप को देखकर सीखते हैं और समझते हैं इसी प्रकार यह एक दिवसीय शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम रुद्रप्रयाग जिले में स्थित चोपता
तुंगनाथ के लिए रवाना हुआ शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम में लगभग 70 छात्र-छात्राएं उपस्थित थे उनके साथ सभी शिक्षक गण भी शामिल थे । छात्र-छात्राओं को शिक्षकों द्वारा समय-समय पर हर जगह पर उनको विभिन्न धार्मिक स्थल के बारे में भी जानकारी दी गई। चोपता बुग्याल को गढ़वाल का मिनी स्विट्ज़रलैंड के नाम से जाना जाता है यहां पर हजारों की संख्या में प्रत्येक वर्ष बर्फ का आनंद लेने के लिए देश विदेश से पर्यटक आते हैं यही से 3 किलोमीटर की दूरी पर उत्तराखंड का सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित पंच केदार में से एक प्रसिद्ध केदार तुंगनाथ स्थित है यहां पर भगवान शिव के भुजाओं की पूजा की जाती है। यहीं से कुछ किलोमीटर की दूरी पर रावण शिला स्थित है। छात्र-छात्राओं को उनके गुरुजनों द्वारा उनको इस मंदिर के इतिहास के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई तथा यहीं पर स्थित केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के बारे में भी जानकारी दी गई। चोपता बुग्याल में आजकल दो से तीन फीट की बर्फ की जमी हुई हैं छात्र-छात्राओं ने बर्फ के साथ खूब मनोरंजन भी किया। क्योंकि अधिक से अधिक छात्र-छात्राएं ऐसे भी थे जिन्होंने बर्फ जिंदगी में पहली बार देखा बर्फ को देखकर छात्र-छात्राएं खुशी से प्रफुल्लित हुए। छात्र-छात्राओं ने बर्फ के साथ खेला और आनंद लिया तथा इसके पश्चात सामूहिक रूप से बैठकर एक दूसरे से मिल जुलकर अपना दिन का भोजन किया। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य श्री मदन सिंह चौधरी जी से वार्तालाप करने पर उन्होंने बताया कि छात्र-छात्राओं के लिए शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम साल में एक बार होना जरूरी है जिससे छात्र-छात्राएं अपने समाज में अपने सामाजिक धरोहर और अपने सांस्कृतिक व ऐतिहासिक धरोहरों को देखकर उन्हें समझकर कुछ सीख सकें साथ ही उन्हें कुछ जानकारी प्राप्त हो सके। तत्पश्चात वहां से अपने घर के लिए सभी छात्र-छात्र और शिक्षक गण प्रस्थान हुए।