गोपेश्वर । राजकीय स्नातकोत्तर  महाविद्यालय गोपेश्वर में गुरुवार को बौद्धिका सम्पदा विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया।

महाविद्यालय के बौद्धिक सम्पदा अधिकार प्रकोष्ठ (आईपीआर) द्वारा यूकोस्ट, देहरादून के तत्वाधान में “भौगोलिक दर्शन एवं ट्रेडमार्क से स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा” विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार के के मुख्य वक्ता डॉ अरविंद भंडारी ने बौद्धिक संपदा अधिकार व उसकी प्रासंगिकता के आलोक में संपूर्ण भारत एवं उत्तराखंड में जी०आई० टैग उत्पादों जैसे उत्तराखंड की बासमती बुरांश भोटिया धन, एपन, काला भट, रामनगर की लीची, गहत दल आदि का विस्तार से उल्लेख किया। साथ ही उन्होंने जी०आई० टैग, ट्रेडमार्क व लोगो प्राप्त करने हेतु रजिस्टर करने की प्रक्रिया से भी अवगत करवाया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो० एमपी नगवाल ने अपने उद्बोधन से छात्र-छात्राओं को बौद्धिक संपदा विकास से जुड़ी समझ विकसित करने हेतु अभिप्रेरित किया और महाविद्यालय प्रकोष्ठ द्वारा इस क्षेत्र में किए गए प्रयासों की सराहना की।

कार्यक्रम का संचालन प्रकोष्ठ की सहसंयोजक डॉ० विधि ढौडियाल द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ रुपेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस अवसर पर प्रो० चंद्रावती जोशी, डॉ भावना, डॉ ममता असवाल, डॉ एसएल बटियाटा, डॉ रंजू बिष्ट, डॉ० राकेश कुमार मिश्रा आदि उपस्थित रहे।

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