राष्ट्रीय (गौचर चमोली) एनडीआरएफ की 15वीं बटालियन द्वारा चमोली जिले के गौचर शहर में स्थित विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के छात्र–छात्राओं को सिखाया गया स्कूल सेफ्टी प्रोग्राम। एनडीएफआर के इंस्पेक्टर अरविंद कुमार और उनकी टीम के विद्यालय में पहुंचने बाद विद्यालय द्वारा NDRF के जवानों का बैज अलंकरण कर स्वागत किया गया । इसके पश्चात इंस्पेक्टर अरविंद कुमार कुमार जी द्वारा स्कूल सेफ्टी प्रोग्राम के तहत बताया गया कि अधिकतर जब छात्र–छात्राएं स्कूल में रहते हैं तो आपदा किसी भी प्रकार की आ सकती हैं ऐसे में आपदा से कैसे बचा जा सकता हैं इस विषय में अपनी टीम के साथ छात्र छात्राओं के सामने डेमो दिखाकर उन्हें बताया गया की किस आपदा से हमें कैसे बचना है। विभिन्न प्रकार की आपदाओं से निपटने के लिए हम अलग अलग प्रकार से अपने को सुरक्षित रख सकते हैं जिसमें भूकंप जैसी खतरनाक आपदा भी शामिल हैं यों तो चमोली जिला आपदा की दृष्टि से जॉन 5 में आता है जो आपदा की दृष्टि से संवेदनशील है। उन्होंने बताया कि यदि आप स्कूल में हैं और भूकंप आ गया तो पहले भाग दौड़ न करें अपने–अपने टेबल के नीचे चले जाएं और टेबल के दोनो टांगों को मजबूती से पकड़ लें, और यदि ऐसा नहीं हैं तो आप लोग कमरे के बीम (कांलम) के सहारे, या किसी दरवाजे या कोलम के सहारे खड़े हो सकते हैं । यदि ऐसा भी न हो तो आप लोगो को अपने स्कूल बैग या कॉपी किताब को अपने सर के ऊपर रख लेना हैं जिससे की चोट सिर पर न लगे। और उसके पश्चात सुरक्षित स्थान पर चले जाना चाहिए। इसी तरह मुंह में कुछ फंस जाने पर कैसे बचा जा सकता हैं ,और आग लगने पर कैसे बचा जा सकता हैं तथा साथ ही आग लगने पर कमरे में फंसे लोगो को कैसे बचाया जा सकता इसके लिए उन्होंने रोप की सहायता से छात्र-छात्राओं का प्रशिक्षण भी करवाया। इसके पश्चात छात्र-छात्राओं ने इंस्पेक्टर अरविंद कुमार के साथ आपदाओं से बचने के लिए वार्तालाप कर अपने विभिन्न प्रकार की प्रश्न भी पूछे। तत्पश्चात विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री मदन सिंह चौधरी जी ने पूरे विद्यालय की ओर से एनडीआरएफ टीम का तह दिल से धन्यवाद किया और कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण छात्र-छात्राओं के लिए बहुत जरूरी है कौन सी आपदा कब आ जाए किसी को नहीं पता इसलिए छात्र-छात्राओं को भी हर आपदा से निपटने के लिए जानकारी होना जरूरी है। इस मौके पर श्री सुशील मल्ल जी , श्री शंकर महावीर जी, भारती जी , पंकज जी, भावना जी, विवेक मैखुरी जी, फरस्वान जी , सुमित जी , अखिलेश खंडूरी जी , और सुनील जी आदि मौजूद थे।
संपादक: शिवम फरस्वाण