हरिद्वार। रिकॉर्ड 385 खोये लोगों को अपनों से मिलाया। मिलाए गए लोगों में पड़ोसी देश नेपाल के 02 बच्चे भी हैं शामिल बिछड़ना तो दुनिया का दस्तूर है। ये मत सोच कि इसमें किसका क़सूर है।। वक्त दे, हालात का रूप बदल जाएगा। कर रहे कोशिश हम, तेरा अपना तुझे मिल जाएगा। अपनों से बिछड़ना हमेशा से ही तकलीफों से भरा लम्हा होता है लेकिन अगर वक्त गुजरने के साथ-साथ अगर अपनों के वापस मिलने की लौ बुझने लगे तो ये दर्द उम्र भर के लिए एक नासूर जख्म की शक्ल ले लेता है। इस “अपनों से बिछड़ने के गम” से जूझ रहे लोगों को उनकी खुशियां लौटाने के लिए उत्तराखण्ड पुलिस के मुखिया द्वारा पूर्व की भांति इस वर्ष भी 02 महीने के लिए चलाए गए “ऑपरेशन स्माइल” में अपना लोहा मनवाते हुए हरिद्वार पुलिस ने अनेक घरों में दिवाली की खुशियों से जगमग कर दिया। दिनांक 01.09.2023 से शुरु किए गए अभियान में एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा की जा रही मॉनिटरिंग का फायदा उठाते हुए जनपद हरिद्वार की ऑपरेशन स्माईल टीम ने कुल 385 बिछड़ों को अपनों से मिलाया। वापस मिलाए गए लोगों में 38 बालक, 37 बालिकाएं, 166 पुरुष व 144 महिलाएं सम्मिलित हैं।इस दौरान ऑपरेशन स्माइल टीम बरामद बच्चों को उनके परिजनों तक वापस पहुंचाने के लिए जम्मू कश्मीर और अमृतसर पंजाब तक के सुदूर क्षेत्रों तक पहुंची। राज्य बाल गृह में पहले से मौजूद व हर की पैड़ी से बरामद एक अन्य नेपाली मूल के बच्चों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए टीम ने नेपाल की संस्था “Peace Rehabilation Center Mahendranagar” के माध्यम से बच्चों के परिजनों से संपर्क स्थापित किया व परिजनों को हरिद्वार बुलाकर दोनों बच्चे (आयुश निवासी गजरौला नेपाल व राजेश निवासी दलैख नेपाल) सकुशल उनके सुपुर्द किए। परिवार के अपने खोए सदस्यों को वापस पाकर परिजनों की दिवाली की खुशी दोगुना हो गई। किसी ने रोते हुए तो किसी ने हंसते हुए अपनों को गले लगाया और हरिद्वार पुलिस को अपना आशिर्वाद देते हुए आभार प्रकट किया।