जोशीमठ/पोखरी (चमोली)। फायर सीजन में जंगलों को बचाने के लिए केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग नागनाथ रेंज और अलकनंदा भूमि संरक्षण वन प्रभाग गोपेश्वर के संयुक्त तत्वावधान में गुरूवार को चमोली जिले के पोखरी में जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों के साथ एक विचार गोष्ठी का आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता जेष्ठ प्रमुख पूरण सिंह नेगी ने की, वहीं दूसरी ओर जोशीमठ में नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क और जनदेश की ओर से भी एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।

जेष्ठ प्रमुख पूरण सिंह नेगी ने कहा वनों को आग से बचाने में हम सब के सहयोग से बचाव हो सकते है। वन रहेंगे तो हमारा जीवन भी रहेगा। उन्होंने कहा कि वनों की आग से सिर्फ मानव जीवन ही प्रभावित नहीं होता अपितु वनों पर निर्भर पशु पक्षियों पर भी इसका प्रभाव पड़ता है इसलिए हम सभी को मिलकर इस दिशा में सोचने की आवश्यकता है। वन क्षेत्राधिकारी अधिकारी नवल किशोर नेगी और अलकनंदा वन क्षेत्राधिकारी धीरजसिंह नेगी ने कहा वनों की आग से सुरक्षा के लिए वन विभाग पूरी तरह से तत्पर है। किंतु जंगल से सटे स्थानीय लोगों का योगदान भी इसके लिए जरूरी है। उन्होंने कहा यदि कोई व्यक्ति वनों में आग लगाते हुए पकड़ा गया तो उसके खिलाफ जुर्माना और सजा का प्रावधान है। यदि वन सुरक्षित रहेंगे तो इसका लाभ ग्रामीण और स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष तरीके से मिलता है। उन्होंने कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों और वन सरपंचों को वन्य जीव जंतु सुरक्षा के साथ-साथ वनों को आग से बचाने के लिए भी बढ़-चढ़कर भागीदारी करने की अपील की। इस अवसर पर जेष्ठ प्रमुख पूरण सिंह, वन क्षेत्राधिकारी धीरजसिंह नेगी, नागनाथ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी नवल किशोर नेगी, सरपंच गुनियाला माला कंडारी, धर्मेंद्र सिंह, ताजबर सिंह, मदनसिंह रावत, राजस्व उपनिरीक्षक विजयपाल गुसाई, आनंद सिंह रावत, केशवलाल, प्रकाश नेगी, सुरेंद्र सिंह, चन्दन सिंह, प्रकाश नेगी आदि ने अपने विचार रखे।

वहीं दूसरी ओर से जोशीमठ के उर्गम घाटी के सलना गांव में भी वनाग्नि को लेकर एक विचार गोष्ठी आयोजित की गई जिसमें वनों को आग से बचाने के लिए ग्रामीणों से अपील की गई। इस मौक पर बैठक में प्रधान संघ के अध्यक्ष अनूप नेगी, देवेश्वरी देवी, पार्वती देवी कैलाश, लक्ष्मण सिंह नेगी, महेंद्र सिंह, राहुल सिंह, पूजा, अनीता देवी, बसंती देवी, आशा देवी, प्रीति देवी, नारायण देवी, शशि देवी, उमा देवी, प्रभादेवी, विनीता देवी, उमेश भंडारी वन बीट अधिकारी, अभिषेक बिष्ट, हरीश राणा, पुष्कर सिंह रावत बनवीट अधिकारी ने अपने विचार रखे।

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