गैरसैंण। इस साल भालू ओर गूलदार की बढती सक्रियता को लेकर गैरसैंण निवासी नरभक्षी शिकारी लखपत सिंह रावत ने बताया की गूलदार की सक्रियता लगभग अन्य वर्षों की तरह ही दिखाई दे रही है।लेकिन भालू की अति सक्रियता चिंताजनक है।जिसके पीछे मुख्य वजह इस साल बरसात के मौसम में अत्यधिक बारिश का होना एक बड़ा कारण है।बरसात के मौसम में होने वाले जंगली फल ओर काश्तकारों की फसलें खराब हो गयी थी,जिस कारण भालू को तब उचित आहार न मिलने से वो ठंड के मौसम के लिए चर्बी के रूप में अतिरिक्त ऊर्जा संरक्षित नहीं कर पाया,जिसके चलते भालू लगातार भूख महसूस कर रहे हैं,ओर भोजन की तलाश में सक्रिय हैं।एक अन्य कारण बताते हुए लखपत सिंह रावत ने कहा की बरसात के मौसम में अत्यधिक आद्रता के चलते भालू तक अपने मनपंसद जंगली शहद की खुशबू नहीं पंहुच पाई, जिससे इस बार उसके शरीर में ऊर्जा ना के बराबर ही बची है।उन्होंने बताया की जहां बांज के जंगल हैं,वहां भालू आजकल बांज के बीज खा रहा है,जिसके चलते उसकी सक्रियता बांज के जंगल के गांवों के नजदीक कम देखी जा रही है ,जबकि चीड के जंगलों में भोजन न होने से नजदीक गांवों में ज्यादा सक्रियता बनी हुई है,जिसको लेकर ग्रामीणों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।

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