चमोली। वर्तमान समय में चार धाम यात्रा सुचारू रूप से जारी हैं भक्त जन देश विदेश से उत्तराखंड में घूमने को आ रहे हैं, लेकिन उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में शांत वातावरण को दूषित किया जा रहा जिससे आम जन मानस अत्यधिक परेशान हैं। चमोली में आजकल लगातार कुछ यात्रियों द्वारा यात्रा के नाम पर जनता को इतना परेशान किया जा रहा की न जाने चमोली जिले की आम जनता कब अपने इधर से यात्रा मार्ग ऐसे अराजक तत्वों के लिए बंद कर दें। यात्रियों द्वारा ट्रिपल राइडिंग की जा रही हैं और अत्यधिक स्पीड के साथ लगातार खतरनाक तरीके से बाजारों में मोटरसाइकिलें दौड़ाई जा  रही हैं । बिना साइलेंसर पाइप की या मोडिफाई साइलेंसर पाइप को लगाकर अत्यधिक मात्रा में  शोर कर बाजारों में आम जनता को परेशान किया जा रहा। कुछ मोटरसाइकिलों पर मेक्स तथा ट्रक जैसे खतरनाक तेज ध्वनि के साथ पुलिस और एम्बुलेंस की ध्वनि तक के हॉर्न  प्रयोग किया गया हैं ।  हुड़दंग के साथ एक साथ ग्रुपिंग में बोल बम के नाम जनता तो दूर पुलिस को भी मारने जा रहे, जिससे पुलिस तक को डराया धमकाया जा रहा। कल देखा गया कि पुलिस  चेकिंग के दौरान इन्हीं बोल बम के नाम अराजक तत्वों ने पुलिस  अधिकारी को पकड़कर नीचे सड़क में फेंक दिया था, जिससे पुलिस अधिकारी डरे सहमे खड़े होकर फिर यात्रियों को प्यार से बोलने लगे जाओ आप , आखिर करेंगे भी क्या जिंदगी सबकी प्यारी हैं कौन अपने आप को ऐसे अराजक तत्वों से लड़ना चाहेगा। चुप रहने का कारण तन में वर्दी जो पहनी थी। गौचर व्यापार संघ ने भी पुलिस को इस संबंध में पत्र दिया है लिखित रूप में। लेकिन इसका कोई असर देखने को नहीं मिल रहा लगातार ऐसा लग रहा हैं जैसे कानून का कोई डर नहीं इनको, मात्र 1000 रुपए का चालन करने पर ये लोग ऐसा समझ रहे कि जैसे अब जीत लिया  आसमान ,फिर उसके बाद भी बतमीजी के साथ रास्तों में आम जनमानस को परेशान किया जा रहा। आखिर क्यों सीज नहीं किए जा रहे मोटरसाइकिलें। सोशल मीडिया पर जनता का कहना हैं की पुलिस का कोई डर नहीं कानून का डर नहीं , पुलिस सिर्फ आम जनमानस को परेशान करती हैं और इन लोगों से शायद डर रही हैं क्योंकि लगातार इनका प्रभाव कम नहीं हो रहा बल्कि दिनों दिन बढ़ता जा रहा। आम जन मानस का पुलिस अधिकारियों से विनम्र निवेदन हैं कि ऐसी मोटरसाइकिलें सीज करें 1000 के मात्र चालन से काम नहीं चलेगा, यदि ऐसा नहीं किया जाए तो जनता  ऐसे अराजक तत्वों के लिए अपने जिलों में प्रवेश करने पर रोक भी लगा सकती हैं।

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