गोपेश्वर। बिगड़ती जीवन शैली से बढ़ रहा है जलवायु परिवर्तन का खतरा।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोपेश्वर में बृहस्पतिवार को पूर्व छात्र परिषद द्वारा डॉ बीएस नेगी स्मृति व्याख्यान आयोजित किया गया। स्मृति व्याख्यान के मुख्य वक्ता महाविद्यालय के पूर्व छात्र एवं भारत सरकार के पूर्व सलाहकार डॉ प्रकाश चंद्र मैठाणी ने कहा कि मशीनों पर निर्भर बदलती जीवनशैली से ही जलवायु परिवर्तन का खतरा बढ़ रहा है। विश्व भर में बढ़ता औद्योगिक विकास एवं ऊर्जा हेतु कोयला उपभोग पृथ्वी के बढ़ते तापमान का प्रमुख कारण है। उन्होंने आगे कहा कि हम सबको पृथ्वी को बचाये रखने के लिए वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों की खोज करनी होगी।
कार्यक्रम अध्यक्ष प्राचार्य प्रो. रचना नौटियाल ने कहा कि गोपेश्वर महाविद्यालय पूरे हिमालय क्षेत्र में शिक्षा एवं ज्ञान का प्रमुख केंद्र रहा है और यहां के पूर्व छात्र देश और दुनिया में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। कार्यक्रम के आयोजक सचिव डॉ दिनेश सती ने महाविद्यालय के पूर्व प्राध्यापक डॉ बीएस नेगी की जीवनी पढ़ते हुए कहा कि वे एक विद्वान, ऊर्जावान एवं लोकप्रिय प्राध्यापक थे और इसीलिये आज उनकी याद में उनके छात्र स्मृति व्याख्यान आयोजित कर रहे हैं।इस अवसर पर डॉ मनोज बिष्ट, डॉ बीपी देवली, डॉ एसएस रावत, डॉ पीएल शाह, डॉ अरविंद भट्ट, डॉ जेएस नेगी, डॉ पूनम टाकुली, डॉ दर्शन नेगी, डॉ तुषार कंडारी, आदि उपस्थित रहे।