पौड़ी गढ़वाल बच्चे स्कूल क्यों छोड़ते है, कार्यशाला कर माताओं को बताया गया, साथ ही दो सगे भाइयों का अलग- अलग स्कूल में कराया दाखिला।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार उत्तराखंड की पहल पर तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे,जनपद पौड़ी गढ़वाल के कुशल नेतृत्व में 02 माह लिए प्रदेश स्तर पर चलाए जा रहे ऑपरेशन मुक्ति जिसकी थीम है,भिक्षा नहीं शिक्षा दो के तहत उत्तराखंड जनपद पौड़ी ऑपरेशन मुक्ति टीम के द्वारा राजकीय प्राथमिक विद्यालय, मगनपुर प्रथम मे टीचर और बच्चों को माताओं को एएचटीयू , कोटद्वार की महिला उप निरीक्षक सुमनलता और अपर उप निरीक्षक कृपाल सिंह के द्वारा बताया गया कि बच्चे स्कूल क्यों छोड़ते है। माता पिता द्वारा उनकी उचित रूप से पढ़ाई की देखभाल नहीं करना। बच्चों को परिजनों द्वारा समय पर स्कूल ना छोड़कर आना और ना ही स्कूल से लेकर आना। क्लास टीचर से बच्चों का फ़ीड बैक नहीं लेना।प्राइमरी बच्चों की पढ़ाई की परिजनों द्वारा कोई अहमियत ही नहीं समझना। बच्चों का होम वर्क पूरा ना होना। बच्चों का माता पिता द्वारा लगातार स्कूल ना भेजना। परिवार और आस- पास बच्चों का पढ़ाई का माहौल ना होना। घर में रोज रोज की कलह रहना। मां बाप का एक दूसरे अलग रहकर जीवन व्यतीत करना। सारे काम कोई भी किसी भी तरीके की यात्रा या अन्य प्रोग्रामो में बेफजूल धन खर्च करना,लेकिन बच्चों की पढ़ाई से मुख मोड़ना और अपने आपको गरीब साबित करना। आपके बच्चे तभी अच्छे से पढ़ पाएंगे तब आप उनके साथ एक अच्छी कोशिश करोगे। सरकार,सरकारी स्कूलों में हर प्रकार की सुविधा बच्चों को पढ़ाई के लिए मुहिया करा रही है,लेकिन हम केवल इतना कहकर पानी फेर देते है की सरकारी स्कूलों में पढ़ाई ही नहीं होती है। जो सरासर झूठ और गलत है। कितने ही लोग है और हम है जो सरकारी स्कूल में ही पढ़कर आज आपके सामने एक अच्छी नौकरी कर रहे है। आप सभी को ऑपरेशन मुक्ति अभियान से जुड़ना है। यदि आपके आसपास कोई बच्चा ऐसा है जो स्कूल नहीं जा रहा है आप उसका स्कूल में एडमिशन करा सकते है या उसकी सूचना ऑपरेशन मुक्ति टीम को दे सकते है। साथ ही दो सगे भाइयों का अलग- अलग स्कूलों में कराया दाखिला।बालकों के परिजनों और अध्यापकों के द्वारा उत्तराखंड पौड़ी ऑपरेशन मुक्ति टीम की इस कार्यशाला एवं बच्चों के स्कूल में दाखिले की काफी प्रसंशा की गई।