राष्ट्रीय (चमोली)। इस वक्त की ताजा ख़बर सामने आ रही है जापान में आयोजित एशियन रेस वॉक चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन कर परमजीत ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर दिया। परमजीत बिष्ट ने अपनी काबिलियत के दम पर समूचे देश प्रदेश का मान बढ़ाया है। समूचे उत्तराखण्ड को गौरवान्वित करने वाली एक और ऐसी ही खबर सामने आ रही है। आपको बता दें उत्तराखण्ड के एक और युवा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है। उत्तराखंड राज्य के मूल रूप से चमोली जिले के रहने वाले परमजीत बिष्ट की, जो अपनी इस शानदार सफलता के दम पर अब आगामी ओलम्पिक में वॉक रेस प्रतियोगिता में अपना दमखम दिखाते हुए नजर आएंगे। परमजीत की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
आपको बता दें परमजीत मूल रूप से राज्य के चमोली जिले के खल्ला मंडल गांव निवासी परमजीत बिष्ट ने जापान में आयोजित एशियन रेस वॉक चैंपियनशिप में न केवल शानदार प्रदर्शन किया है बल्कि नवाँ स्थान प्राप्त करते हुए 1.20.06 समय के साथ ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर समूचे उत्तराखण्ड को भी गौरवान्वित होने का सुनहरा अवसर प्रदान किया है। बता दें कि अपनी काबिलियत के दम पर इससे पूर्व भी अनेकों राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल हासिल कर चुके परमजीत के पिता जगमोहन जहां अपने गांव में ही एक छोटी सी दुकान चलाकर परिवार का भरण पोषण करतें हैं वहीं परमजीत ने वाक रेस की बारीकियां अपने कोच गोपाल बिष्ट से सीखी है। आज चमोली जिला फिर से गौरवानित हुआ एक के बाद एक सफलता जिले के हाथ लग रही हैं जबकि चमोली जिला राज्य का सबसे सुदूरवर्ती जिला हैं जिसकी सीमा चीन (तिब्बत) से मिलती हैं। यहां के हर अभ्यर्थी को कोई भी सफलता आसानी से नही मिलती हैं एक ओर गरीबी और संसाधनों का अभाव को झेलकर सफलता पाने के लिए रात दिन एक कर कठिन संघर्ष का सामना करना पड़ता है।