गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के दशोली विकास खंड के देवर खड़ोरा-रौलीग्वाड़ के बजीर देवता विजयादशमी के पर्व पर छह माह की देवरा यात्रा पर निकले थे। जो मंगलवार को पूजा विधान के साथ अपने मंदिर में विराजमान होने के साथ संपन्न हो गई है।
मंगलवार पूर्णाहुति के बाद बजरी देवता अपने देगद्दी स्थल पर विराजमान हो गये है। जिसके साथ ही छह माह की देवरा यात्रा का भी समापन हो गया है। इस देवरा यात्रा के दौरान बजीर देवता विभिन्न स्थानों और देव स्थानों पर पहुंचे साथ ही अपनी धियाणियों से मिलकर उनकी कुशल क्षेम भी जानी। समापन अवसर पर बजीर देवता ने अपने भक्तों को आशीर्वाद दिया। इस मौके पर बजीर देवता मंदिर कार्यसमिति के अध्यक्ष चन्द्र सिंह पंवार, उपाध्यक्ष भरतसिंह बिष्ट, सचिव विक्रम बिष्ट, कोषाध्यक्ष केशवानंद भट्ट, सह सचिव विजय सिंह बिष्ट, ग्राम प्रधान देवर खडोरा वीरेन्द्र सिंह कठैत, प्रधान रौलीग्वाड दीपा मोल्फा, बजीर पश्वा गजेन्द्र बिष्ट, चंडिका माता पश्वा महेन्द्र रावत, नंदा माता पश्वा सुरेन्द्र सरांई, पुजारी रणवीर सिंह बिष्ट, पं. माधवानंद भट्ट, गणी गोविंद सिंह रावत, चन्दन बिष्ट, सुरेन्द्र बिष्ट, त्रिलोक बिष्ट,अंशुल असवाल, देवेन्द्र बिष्ट आदि मोजूद थे।
चरण पादुका गौथल समिति ने किया पौधरोपण
बजीर देवता देवरा यात्रा समापन के अवसर पर मंगलवार को चरण पादुका गौथल समिति की ओर से बजीर देवता मंदिर के प्रागंण में पौध रोपण कर भक्तों को डाली लगोला जीवन बचोला का संदेश दिया। इस मौके पर सुधीर तिवारी, धीरज राणा, चंद्र सिंह पंवार, विक्रम सिंह, भरत सिंह, केशवानंद, विजय बिष्ट, बसंती घिडियाल यशवंत सिंह आदि मौजूद थे।