पंचायत प्रतिनिधियों ने किया बैठक का बहिष्कार कर की नारेबाजी
जोशीमठ (चमोली)। मंगलवार को जोशीमठ क्षेत्र पंचायत की बैठक में जिला स्तरीय अधिकारियों के न पहुंचने के कारण क्षेत्र पंचायत सदस्यों और प्रधानों ने बैठक का बहिष्कार करते हुए जिला प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करते हुए सदन से बर्हिगमन किया। क्षेत्र पंचायत सदस्यो और प्रधानों के बैठक का बहिष्कार करने के बाद बैठक को स्थगित कर दिया गया।
प्रधान संगठन के ब्लाॅक अध्यक्ष अनूप सिंह नेगी ने बताया कि मंगलवार को क्षेत्र पंचायत की बैठक नीयत की गई थी। सभी सदस्य अपने-अपने क्षेत्रों से संबंधित समस्याओं को लेकर सदन में पहुंचे थे लेकिन जिला स्तर से किसी भी विभाग को कोई समक्ष अधिकारी सदन में मौजूद नहीं था जिससे सदस्यों ने इस बैठक का बहिष्कार कर दिया। और सदन के माध्यम से एक निंदा प्रस्ताव भी पारित किया गया।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र पंचायत का तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा होने को है। क्षेत्रीय जनता की बीडीसी बैठक को लेकर अपने जनप्रतिनिधियों से काफी उम्मींदे रहती है कि क्षेत्र की समस्याओं का सदन में निराकरण हो सकेगा लेकिन अधिकारी बैठक को गंभीरता से नहीं ले रहे है। जो क्षेत्र के विकास में बाधा उत्पन्न कर रहे है। उन्होंने कहा कि पहले कोराना के दो साल अब आपदा के वजह अब तक केवल दो से तीन बीडीसी बैठक हो पाई है, जिससे पंचायतों में विकास कार्य ठप्प हो रहे है। बैठक मे जिम्मेदार अधिकारी नही पहुंचेंगे विकास को लेकर सवाल जवाब किससे करेंगे। उन्होंने कहा आज सड़क से संबंधित मामले सबसे अधिक थे पीएमजीसवाई के अधिकारी के साथ अन्य विभागों के जिम्मेदार अधिकारी नही पहुंचे।
ग्राम प्रधान थेंग महावीर पंवार ने कहा कि उनके यहां मारवाड़ी-थेंग मोटर मार्ग पर पीएमजेएसवाई की ओर से डामरीकरण घटिया कार्य हो रहा है। डामर हाथ से उखड़ रहा है इसको लेकर गांव वाले जोशीमठ अधिकारी के घेराव करने आए थे, अधिकारी नहीं आने पर एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन दिया गया, उन्होंने कहा अधिकारियों की कार्य प्रणाली बहुत गैर जिम्मेदार है। डुंग्री बरोसी के दिगंबर बिष्ट का कहना है की इनके कार्यकाल में ये तीसरी बैठक है साफ है पंचायतों में विकास कार्य किस तरह से अवरुद्ध हो रहे है। पंचायत प्रतिनिधि बड़ी उम्मीद से आता है की सदन में उनका प्रस्ताव पारित होकर काम होगा, लेकिन अधिकारियों का यही रवैया रहा तो कैसे विकास कार्य होगा।
इधर ब्लाॅक प्रमुख जोशीमठ हरीश परमार ने बताया कि बैठक में जिला स्तर से किसी भी विभाग का कोई एचओडी मौजूद न होने पर क्षेत्र पंचायत सदस्यों और प्रधानों ने बैठक का बहिष्कार कर सदन से बर्हिगमन कर दिया जिससे सदन की बैठक को स्थगित किया गया है। अब 28 फरवरी को बीडीसी की बैठक पुनः आयोजित की जायेगी।