गोपेश्वर (चमोली)। नशीले पदार्थो की रोकथाम और आम जनमानस को इसके दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करने को लेकर शुक्रवार को जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट के अन्तर्गत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक हुई।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि नशे की प्रवृति पर अंकुश लगाने के लिए सभी विभाग समन्वय बनाकर कार्य करें। नशीले पदार्थो की तस्करी रोकने के लिए सक्रियता के साथ अभियान चलाया जाए। उच्च शिक्षण संस्थाओं में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कराए। विद्यालयों में गठित एंटी ड्रक्स कमेटी को सक्रिय करें। सोशल मीडिया के माध्यम से भी जागरूकता संदेशों का प्रचार प्रसार किया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में महिला मंगल दल एवं स्वयं सहायता समूहों को भी इसमें शामिल करें। नशीले पदार्थो की तस्करी करने वालों के विरूद्व सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि एनडीपीए एक्ट के अन्तर्गत इस वर्ष 03 अभियोग पंजीकृत हुए है। जिनमें पांच अभियुक्तों से 21 किलोग्राम अवैध चरस बरामद की गई है। अवैध शराब के विरूद्व सात अभियोग पंजीकृत हुए है जिसमें 15 लीटर कच्ची शराब तथा 11 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद हुई है। उन्होंने बताया कि नशाखोरी की रोकथाम के लिए एनकोर्ड और एएनटीएम सदस्यों एवं ग्राम चैपालों के माध्यम से जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। बैठक में पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल, डीएफओ सर्वेश कुमार दुबे, सीओ चमोली प्रमोद शाह, सीओ कर्णप्रयाग अमित कुमार, एसीएमओ डा.बीपी सिंह, सीएओ वीपी मौर्य, समाज कल्याण अधिकारी धनंजय लिंगवाल आदि मौजूद थे।