नानकमत्ता (उधमसिंहनगर)। इस वक्त की ताजा खबर सामने आ रही है बाबा तरसेम सिंह के हत्यारों को पैसा देने वाले षडयंत्रकारी समेत दो गिरफ्तार। डेरा कार सेवा बाबा तरसेम की हत्या में षडयंत्र में शामिल दो और लोगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। एसएसपी डाक्टर मंजू नाथ टीसी ने प्रेस वार्ता में बताया कि तराई क्षेत्र में गुरुद्वारे के वर्चस्व को लेकर 28 मार्च को बाबा तरसेम सिंह की बाईक सवार दो लोगों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बाबा तरसेम सिंह की हत्या से क्षेत्र में हड़कंपम मच गया था। एसएसपी ने बताया कि षडयंत्र में शामिल सतनाम सिंह पुत्र जगीर सिंह निवासी थाना बंडा जिला शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश व सुल्तान सिंह पुत्र इंदर सिंह निवासी दडा फॉर्म थाना बिलासपुर जिला रामपुर दोनों 20000 रूपये के इनामी हैं। जिनके ऊपर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। एसएसपी ने बताया कि सतनाम सिंह की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी की टीम गठित की गई थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए सतनाम व सुल्तान लगातार फरार चल रहे थे । सुल्तान की गिरफ्तारी के लिए टीम दिल्ली, हरियाणा, पंजाब ,उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर लगातार दबिश दे रही थी।पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि तराई क्षेत्र में गुरुद्वारों व सिख समुदाय से जुड़े धार्मिक स्थलों पर वर्चस्व को लेकर लड़ाई चल रही थी। सुल्तान सिंह द्वारा कुछ प्रभावशाली लोगों के साथ मिलकर बाबा तरसेम सिंह की हत्या की साजिश रची गई थी। दिलबाग सिंह, बलकार सिंह, प्रगट सिंह, हरविंदर सिंह व सतनाम सिंह को स्वतंत्र में शामिल करते हुए संयोजित तरीके से घटना को अंजाम दिया था। इनका अभियुक्त अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू से सीधा संपर्क होना भी प्रकाश में आया है। षडड्ढंत्र कार्यों को इस हत्या के लिए जोड़ने के बाद शूटर को पैसा व अन्य संसाधन उपलब्ध कराने में भी अभियुक्त सुल्तान सिंह की मुख्य भूमिका रही है।