चमोली (गोपेश्वर)। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोपेश्वर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा मंडल में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन शिविरार्थियों को जड़ी बूटी उत्पादन की जानकारी दी गई।शिविर में आयोजित बौद्धिक सत्र को संबोधित करते हुए संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ सीपी कुनियाल ने कहा कि जड़ी बूटी उत्पादन के क्षेत्र में स्वरोजगार की असीम संभावनाएं हैं। इसके लिए लिए छात्रों को परंपरागत सोच से बाहर निकलकर स्थानीय वातावरण के अनुरूप संसाधनों का अध्ययन कर शोध करना चाहिए।
इससे पूर्व संस्थान के वैज्ञानिक डॉ० अरविंद भंडारी ने शिविरार्थियों को पूरे जड़ी शोध संस्थान परिसर का भ्रमण करवाया एवं विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियों एवं पादपों की उपयोगिता के बारे में जानकारी दी। शिविर के द्वितीय बौद्धिक सत्र में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन चमोली के संयोजक जगमोहन चोपता ने खेल गतिविधि के माध्यम से शिविरार्थियों को संवैधानिक मूल्यों से परिचित कराया। इस अवसर पर वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ वंदना लोहनी, डॉ रचना टम्टा, डॉ मनीष मिश्रा, भीम सिंह, विक्रम गुसाईं, विनोद राणा, रविंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे।